आसमान में बादल गरजें ,
वन में बोलें मोर |
घर में छोटे बच्चे डोलें ,
रस घोलें सब ओर |
आसमान में तारे चमकें ,
बन में फूलें फूल |
घर में छोटे बच्चे खेलें ,
दुःख जावे सब भूल |
प्यारे कितने लगते तारे ,
प्यारे लगते फूल |
प्यारे लगते छोटे बच्चे ,
तीनों सुख के मूल |
अंधकार को हर लेता है ,
आकर चन्दा एक ,
घर को रोशन कर देता है ,
छोटा बच्चा एक |
(शिशु ,जनवरी १९४८ )
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