- कबूतर-
जरा बता दे मुझे कबूतर |
क्या है इस चिठ्ठी के भीतर|
इसे कहाँ पहुँचायेगा तू ?
और कहाँ सुस्तायेगा तू ?
राजाओं में ठनी लड़ाई |
या किसी पर आफत आई |
पड़ा दूत जो बनना तुझको |
यों ही काम बता कुछ मुझको |
कितने देश लखे हैं तूने |
कितने स्वाद चखें हैं तूने |
पार किये कितने नद -नाले ?
कितने वन में डेरे डाले ?
कैसे कहाँ बसे नर नारी ?
लगी कहाँ कैसी फुलवारी ?
गया कहाँ तक है यह जंगल ?
कहाँ कहाँ है ऊसर दलदल ?
जो लौटे तू मेरे घर में |
चल दूँ तेरे साथ सफ़र में |
मुझको स्काउट बनना है |
जंगल में तम्बू तनना है |
जरा बता दे मुझे कबूतर |
क्या है इस चिठ्ठी के भीतर|
इसे कहाँ पहुँचायेगा तू ?
और कहाँ सुस्तायेगा तू ?
राजाओं में ठनी लड़ाई |
या किसी पर आफत आई |
पड़ा दूत जो बनना तुझको |
यों ही काम बता कुछ मुझको |
कितने देश लखे हैं तूने |
कितने स्वाद चखें हैं तूने |
पार किये कितने नद -नाले ?
कितने वन में डेरे डाले ?
कैसे कहाँ बसे नर नारी ?
लगी कहाँ कैसी फुलवारी ?
गया कहाँ तक है यह जंगल ?
कहाँ कहाँ है ऊसर दलदल ?
जो लौटे तू मेरे घर में |
चल दूँ तेरे साथ सफ़र में |
मुझको स्काउट बनना है |
जंगल में तम्बू तनना है |
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