वाटिका
देखो यह वाटिका निराली |
मन हरने वाली हरियाली ||
झूम रही क्या डाली डाली |
लगा सींचने में है माली ||
पत्तों का हिलना है जारी |
फूलों का खिलना है जारी ||
महक रहीं हैं गलियां सारी |
चहक रहीं हैं चिड़ियाँ प्यारी ||
खिली चमेली फूला बेला |
भारी है भौरों का मेला ||
खड़ा हुआ है क्या अलबेला |
लिये फलों का गुच्छा केला ||
रंग बिरंगे सुंदर सुन्दर |
चुन चुन कर मैं फूल मनोहर ||
लूँगा छिन भर में टोपी भर |
दूंगा सबको हार बनाकर ||
रोज यहीं पर आता हूँ मैं |
खूब घूमता गाता हूँ मैं ||
हवा प्रात की खाता हूँ मैं |
मनमाना सुख पाता हूँ मैं ||
देखो यह वाटिका निराली |
मन हरने वाली हरियाली ||
झूम रही क्या डाली डाली |
लगा सींचने में है माली ||
पत्तों का हिलना है जारी |
फूलों का खिलना है जारी ||
महक रहीं हैं गलियां सारी |
चहक रहीं हैं चिड़ियाँ प्यारी ||
खिली चमेली फूला बेला |
भारी है भौरों का मेला ||
खड़ा हुआ है क्या अलबेला |
लिये फलों का गुच्छा केला ||
रंग बिरंगे सुंदर सुन्दर |
चुन चुन कर मैं फूल मनोहर ||
लूँगा छिन भर में टोपी भर |
दूंगा सबको हार बनाकर ||
रोज यहीं पर आता हूँ मैं |
खूब घूमता गाता हूँ मैं ||
हवा प्रात की खाता हूँ मैं |
मनमाना सुख पाता हूँ मैं ||
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