जामुन
है जामुन क्या काली काली |
लसी हुई है डाली डाली||
ठहरो ऊपर जाऊंगा मैं |
डालें पकड़ हिलाऊंगा मैं ||
बरस पड़ेंगी पट पट पट पट|
अच्छी अच्छी बिनना झटपट||
चले चलेंगे नदी किनारे |
धो धो कर खायेंगे प्यारे||
अलग छांट कुछ लेनी होंगी|
घर चल माँ को देनी होंगी||
क्योंकि जीभ जब दिखलायेंगे |
मुन्नी को हम ललचायेंगे ||
तो उदास उसका मुंह लखकर|
तुरत कहेगी माँ गुस्साकर ||
फ़ौरन भागो बाग में जाओ |
बेटी को भी जामुन लाओ ||
है जामुन क्या काली काली |
लसी हुई है डाली डाली||
ठहरो ऊपर जाऊंगा मैं |
डालें पकड़ हिलाऊंगा मैं ||
बरस पड़ेंगी पट पट पट पट|
अच्छी अच्छी बिनना झटपट||
चले चलेंगे नदी किनारे |
धो धो कर खायेंगे प्यारे||
अलग छांट कुछ लेनी होंगी|
घर चल माँ को देनी होंगी||
क्योंकि जीभ जब दिखलायेंगे |
मुन्नी को हम ललचायेंगे ||
तो उदास उसका मुंह लखकर|
तुरत कहेगी माँ गुस्साकर ||
फ़ौरन भागो बाग में जाओ |
बेटी को भी जामुन लाओ ||
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