चल बे घोड़े
चल बे घोड़े सरपट चाल
दो दिन में पहुंचे बंगाल
कलकत्ते की काली देखें
हुगली नदी निराली देखें
चलें वहां से फिर आसाम |
करें पहाड़ों पर आराम|
ऐड़ लगावें पहुचें दिल्ली ,
गड़ी जहाँ लोहे की किल्ली |
चलें वहां से फिर पंजाब
लांघें झेलम और चनाब |
ऐड़ लगावें मथुरा आवें
हरिद्वार काशी को जावें|
चल बे घोड़े सरपट चाल
दो दिन में पहुंचें बंगाल |
चल बे घोड़े सरपट चाल
दो दिन में पहुंचे बंगाल
कलकत्ते की काली देखें
हुगली नदी निराली देखें
चलें वहां से फिर आसाम |
करें पहाड़ों पर आराम|
ऐड़ लगावें पहुचें दिल्ली ,
गड़ी जहाँ लोहे की किल्ली |
चलें वहां से फिर पंजाब
लांघें झेलम और चनाब |
ऐड़ लगावें मथुरा आवें
हरिद्वार काशी को जावें|
चल बे घोड़े सरपट चाल
दो दिन में पहुंचें बंगाल |
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