-क्यों-
पूछूँ तुमसे एक सवाल ,
झटपट उत्तर दो गोपाल |
मुन्ना के क्यों गोरे गाल ?
पहलवान क्यों ठोके ताल ?
भालू के क्यों इतने बाल ?
चले सांप क्यों तिरछी चाल ?
नारंगी क्यों होती लाल ?
घोड़े के क्यों लगती नाल ?
झरना क्यों बहता दिन रात ?
जाड़े में क्यों कांपे गात ?
हफ्ते में क्यों दिन हैं सात ?
बुड्ढों के क्यों टूटे दांत ?
ढ़म ढ़म ढ़म क्यों बोले ढ़ोल ?
पैसा क्यों होता है गोल ?
मीठा क्यों होता है गन्ना ?
क्यों चम चम चमकीला पन्ना ?
लल्ली क्यों खेल रही गुड़िया ?
बनिया बांध रहा क्यों पुड़िया ?
बालक क्यों डरते सुन हौआ ?
कांव काँव क्यों करता कौआ ?
नानी को क्यों कहते नानी ?
पानी को कहते क्यों पानी ?
हाथी क्यों होता है काला?
दादी फेर रही क्यों माला ?
पक कर फल क्यों होता पीला ?
आसमान क्यों नीला नीला ?
आँख मूँद क्यों सोते हो तुम?
पिटने पर क्यों रोते हो तुम ?
पूछूँ तुमसे एक सवाल ,
झटपट उत्तर दो गोपाल |
मुन्ना के क्यों गोरे गाल ?
पहलवान क्यों ठोके ताल ?
भालू के क्यों इतने बाल ?
चले सांप क्यों तिरछी चाल ?
नारंगी क्यों होती लाल ?
घोड़े के क्यों लगती नाल ?
झरना क्यों बहता दिन रात ?
जाड़े में क्यों कांपे गात ?
हफ्ते में क्यों दिन हैं सात ?
बुड्ढों के क्यों टूटे दांत ?
ढ़म ढ़म ढ़म क्यों बोले ढ़ोल ?
पैसा क्यों होता है गोल ?
मीठा क्यों होता है गन्ना ?
क्यों चम चम चमकीला पन्ना ?
लल्ली क्यों खेल रही गुड़िया ?
बनिया बांध रहा क्यों पुड़िया ?
बालक क्यों डरते सुन हौआ ?
कांव काँव क्यों करता कौआ ?
नानी को क्यों कहते नानी ?
पानी को कहते क्यों पानी ?
हाथी क्यों होता है काला?
दादी फेर रही क्यों माला ?
पक कर फल क्यों होता पीला ?
आसमान क्यों नीला नीला ?
आँख मूँद क्यों सोते हो तुम?
पिटने पर क्यों रोते हो तुम ?
0 comments:
Post a Comment