घोड़ा
चाचा की यह छड़ी नहीं है,
है यह मेरा घोड़ा |
जी चाहे तो तुम भी इस पर,
चढ़ सकते हो थोड़ा |
भूसा चारा दाना पानी,
एक न पीता खाता |
छोड़ मदरसा और गाँव में,
सभी जगह है जाता |
चाची को जब लखता है,
तब है अति दौड़ लगाता|
पर चाचा को देख जहाँ का,
तहां खड़ा रह जाता |
होती है घुड़दौड़ जहाँ पर,
आज वहीँ है जाना |
इस घोड़े की करामात ,
है दुनिया को दिखलाना |
हटो हटो ,मत अड़ो राह में,
कहना मानो लल्ला |
नहीं लात लग जाएगी,
तो होगा नाहक हल्ला |
चाचा की यह छड़ी नहीं है,
है यह मेरा घोड़ा |
जी चाहे तो तुम भी इस पर,
चढ़ सकते हो थोड़ा |
भूसा चारा दाना पानी,
एक न पीता खाता |
छोड़ मदरसा और गाँव में,
सभी जगह है जाता |
चाची को जब लखता है,
तब है अति दौड़ लगाता|
पर चाचा को देख जहाँ का,
तहां खड़ा रह जाता |
होती है घुड़दौड़ जहाँ पर,
आज वहीँ है जाना |
इस घोड़े की करामात ,
है दुनिया को दिखलाना |
हटो हटो ,मत अड़ो राह में,
कहना मानो लल्ला |
नहीं लात लग जाएगी,
तो होगा नाहक हल्ला |
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